Motivationalwala.com के बारे में :-
इस वेबसाइट पर आपको प्रेरणादायक विचार, कहानियां, बौद्धिक प्रसंग की अपार जानकारियां मिलेंगी जिससे आप अपना ज्ञानवर्धन कर सकेंगे और प्रेरित हो सकेंगे, लाइफ में आगे बढ़ने के लिए। यह मेरा एक छोटा सा प्रयास है।
About Admin
नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम अंकुर है। मैं सत्यवती कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेेेजुएट हूं।
मुझे लेखन कार्य अपने विद्यार्थी जीवन से ही अच्छा लगता था, मैंने दसवीं कक्षा में निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान भी हासिल किया था।
मैंने अपनी लेखन कला को एक विशेष स्थान देने के लिए मोटिवेशनलवाला ब्लॉग लिखना शुरू किया।
यहां मैं अपनी कहानियां, कविताएं, प्रेरक प्रसंग, महापुरुषों की जीवनियां और कुछ बेहद प्रेरणादाई विचार मैं निरंतर लिखता रहता हूं।
मैं सरकारी विद्यालय से पढ़ा एक साधारण परिवार में पला बढ़ा एक आम नागरिक हूं और मैं अपने विचारों के माध्यम से समाज में एक नवांकुर बोना चाहता हूं, जिसे पढ़कर हरेक युवा, वृद्ध और बच्चे तक में उत्साह, उमंग और जोश का संचार हो। मेरे ब्लॉग लिखे जाने का यही एक मकसद है।
मैं आपके बीच अपने प्रेरक विचार, कहानियां, कविताएं और बहुत से प्रेरक लेख लाता रहूंगा और आपको मोटिवेट करता रहूंगा।
मेरा मानना हैं कि वो हर युवा जो अपने कैरियर को लेकर परेशान हो जाता हैं और मन ही मन तरह तरह के अवसादों से घिर जाता हैं तो ऐसे नव युवकों के प्रति रुझान मेरे ब्लॉग में आपको खास तौर पर दिखेगा।
जब मैं अपने विद्यार्थी जीवन में था, तब मैंने भी बहुत से अवसादों यानी डिप्रेशन को सहा था इसलिए मैं इस विकराल समस्या को भली भांति जानता हूं और इसीलिए मैंने हर युवा को इससे लड़ने के लिए अपने ब्लॉग में वो बातें रखी है, वो सीख दी हैं जो उसे अंदर और बाहर दोनों तरफ से प्रेरित करेंगी।
मेरे इस छोटे से प्रयास से उम्मीद करते हैं आपके अंदर एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा, इसी बहाने मेरी छोटी सी पहल से एक विशाल तबका लाभान्वित हो सकेगा।
दोस्तों! हमारे विचार ही एक ऐसा निरंतर चलने वाला सिस्टम होता है जो कभी रुकता ही नहीं है, अगर इन विचारों में गंदगी भर जाती है तो जीवन में गंदा ही बन जाता है इसलिए हमें इसके शुद्धिकरण के लिए रोज खुराक की जरुरत पड़ती ही पड़ती है और उसका काम मोटिवेशन यानि अभिप्रेरणा करती है।
दोस्तों! मोटिवेशन भी दो प्रकार की होती हैं एक तो आंतरिक और दूसरी बाहरी।
आंतरिक मोटिवेशन सबसे बढ़िया मोटिवेशन होती हैं, ये ऐसी मोटिवेशन है जो हमें भीतर से इस प्रकार मोटिवेशन से भर देती हैं कि आप अपने लक्ष्य को पाकर ही दम लेते हैं।
और दूसरी बाहरी मोटिवेशन चंद दिनों की ही होती हैं जो आपको ज्यादा से ज्यादा 2 से 3 दिन ही मोटिवेट रखती हैं।
मोटिवेशन को बस आप इतना समझ लीजिए कि ये एक टॉनिक की तरह है जो जितना पीता है वो उतना चार्ज रहकर काम कर पाता है।
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