घमंडी बारहसिंगा | Moral Story In Hindi

घमंडी बारहसिंगा | Moral Story In Hindi

हिंदी की कहनियां हमारे जीवन में बहुत लाभदायक होती है। इन्हें हमें जरुर पढ़ना चाहिए। आइए पढ़ते हैं एक शानदार प्रेरक कहानी 


 घमंडी बारहसिंगा

(Moral Story In Hindi)


एक समय की बात है एक जंगल था और उस जंगल में एक बारहसिंघा रहता था। वह बारहसिंघा बहुत घमंडी था।


उसके दो सिंग थी जो देखने में काफी सुंदर थे और बारहसिंघा को अपने दोनों सिंगो पर बहुत ही ज्यादा घमंड था।


एक दिन की बात है वह एक तालाब पार कर रहा था जब वह तालाब के बीच में पहुंचा तो तालाब के पानी में उसे अपना चेहरा दिखाई दिया।


उसके बाद उस तालाब में उसे अपने सिंग दिखाई दिए। सिंग को देखने के बाद वह और भी ज्यादा घमंड करने लगा और वह सोचने लगा कि मेरे जैसे सिंग पूरी दुनिया में किसी के पास नहीं है।


अपने सुंदर सिंगो को देखकर वह खुश हुआ परंतु जब उसने अपनी पतली पतली टांगे देखी तो वह थोड़ा दुखी हो गया और सोचने लगा कि काश मेरी टांग भी सिंग की तरह मजबूत और सुंदर होती।


तभी अचानक एक दिन उसके पीछे कुछ जंगली कुत्ते पड़ गए और उसे मारने के लिए दौड़ने लगे। बारहसिंघा की टांगे पतली थी जिसके कारण वह बहुत तेज दौड़कर कुत्तों से आगे निकल गया लेकिन उसके सिंग एक टहनी में फंस गए जिसके वजह से वह रुक गया।


बारहसिंघा ने काफी कोशिश की कि वह अपने सिंगो को टहनी से बाहर निकालकर फिर से दौड़ लगा सके लेकिन उसके सिंग इतने टेढ़े थे कि वह उसमें से नहीं निकल पाया।


तब तक सारे जंगली कुत्ते उस बारहसिंघा के पास आ गए और उसे घायल करके चले गए।


जब वह मरने लगा तो उसके दिमाग में यह ख्याल आया कि मेरी पतली टांगे मुझे बचा लेती अगर मेरे यह दोनों सिंग टहनी में नहीं फंसे होते।


उसके बाद उसे समझ में आ गया कि कोई भी चीज देखने में अच्छी लगने से वह अच्छी नहीं होती बल्कि वह अपने गुण की वजह से अच्छी होती है। 


Read Also :

दवाई हो तो ऐसी


समस्या ही समस्या है

Post a Comment

0 Comments