लियोनेल मेसी की प्रेरणादायक कहानी || Lionel Messi Childhood Story

लियोनेल मेसी की प्रेरणादायक कहानी || Lionel Messi Childhood Story

आज पूरे विश्व में शायद ही ऐसा कोई होगा जो लियोनेल मैसी को नहीं जानता होगा। फुटबॉल के प्रचलित खिलाड़ियों में लियोनेल मैसी का नाम सबसे पहले लिया जाता है मगर आज से कुछ साल पहले लियोनेल मैसी की केवल एक शारीरिक रूप से कमजोर मरीज के अलावा कोई और पहचान नहीं थी। आइए पढ़ते हैं लियोनेल मैसी की प्रेरणादायक कहानी 




लियोनेल मैसी की प्रेरणादायक कहानी

(Lionel Messi Struggle Story In Hindi)


लियोनेल मैसी का जन्म अमेरिका के अर्जेंटीना राज्य में 24 जून 1987 को हुआ। यह एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखते थे, इनके माता-पिता फुटबॉल को काफी पसंद करते थे।


और अपने पूरे परिवार के साथ बैठकर फुटबॉल का खेल देखा करते थे इस वजह से इनके बेटे लियोनेल मैसी में भी फुटबॉल खेलने की जिज्ञासा उत्पन्न हुई। 10 वर्ष की आयु तक यह अपने पिता के साथ फुटबॉल खेला करते थे।


इसके अलावा मैसी अपने खेल की प्रतिभा अपने स्कूल और मोहल्ले में बच्चों के बीच भी दिखाया करते थे।


यह बचपन से ही काफी बेहतरीन फुटबॉल खिलाड़ी थे।


मगर 10 साल की उम्र में जीवन ने इनके साथ एक अनूठा खेल खेला और इनके शरीर में एक अजीब सी बीमारी ने जन्म लिया। जिसके बाद इनका शरीर काफी नाजुक और कमजोर सा दिखने लगा। 


Lionel Messi 10 वर्ष की आयु में अपनी उम्र के लड़कों की तरह नहीं लगते थे बल्कि अपने उम्र से छोटे लड़कों के सामने भी यह काफी कमजोर और नाजुक लगते थे।


कई डॉक्टरों के पास दिखाने के बाद इनके पिता को अपने बेटे के शरीर में एक अजीब से बीमारी के बारे में पता चला जिसके कारण इनका बेटा नाजुक और कमजोर दिखता है जिसका नाम ग्रोथ हार्मोन की कमी बताई गई।




मैसी के परिवार में आज से पहले इस प्रकार की बीमारी के बारे में किसी ने भी नहीं सुना था। यह एक ऐसी बीमारी थी जिसमें शरीर खुद को सही मात्रा में विकसित नहीं कर पाता।


वह अपने उम्र के बाकी लोगों की तुलना में वजन और लंबाई में कम थे। इसके अलावा उनका शरीर काफी नाजुक हो चुका था।


लियोनेल मैसी को ग्रोथ हार्मोन की कमी को हटाने के लिए हर महीने ग्रोथ हार्मोन के इंजेक्शन लगवाना पड़ता था जिसमें हजार डॉलर का खर्च आता था।


उनका परिवार एक साधारण परिवार था जिनके पास इतना अधिक पैसा लाने की ताकत नहीं थी। मगर उनके पिता ने जैसे तैसे लियोनेल के इलाज का खर्च उठाया।


वह बचपन से ही पढ़ाई में अच्छे न होने के कारण हर जगह डांट सुनते रहते थे। मगर फुटबॉल में वह काफी बेहतर थे।


11 वर्ष की आयु में अपने राज्य के प्रसिद्ध फुटबॉल क्लब में इनका चयन हो गया।


मगर फुटबॉल क्लब के मालिक को जब इस बीमारी के बारे में पता चला जहां इस खिलाड़ी को हर महीने हजारों डॉलर का इंजेक्शन लगवाना पड़ता है तो उन्होंने इसे टीम से यह कहकर बाहर कर दिया कि क्लब की फंडिंग कम होने के कारण वह ऐसे किसी खिलाड़ी को अपने क्लब में शामिल नहीं करना चाहते जिन्हें शारीरिक रूप से कोई परेशानी हो। 


इसके बाद फुटबॉल के अनेकों ऐसे मैच और सिलेक्शन हुए जहां लियोनेल मैसी की प्रतिभा हर किसी को नजर आती थी। मगर उनकी शारीरिक कमजोरी की वजह से उन्हें वहां से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता था।


मगर अपनी स्थिति पर निराश होने के बजाय वह अपने प्रैक्टिस पर ध्यान देते थे और रोजाना कई कई घंटों तक फुटबॉल की प्रैक्टिस करते रहते थे।


13 वर्ष की आयु में इन्हें उस फुटबॉल क्लब ने वापस अपनी टीम में दाखिला दिया जिसने 2 वर्ष पहले इन्हें शारीरिक रूप से कमजोर होने की वजह से टीम से बाहर कर दिया था। इस बार फुटबॉल क्लब ने इनके इलाज का खर्च भी उठाना शुरू कर दिया।


तकरीबन 3 साल तक लियोनेल मैसी ने फुटबॉल में अद्भुत और अतुलनीय प्रदर्शन दिखाकर कई लोगों का दिल जीता। 



Messi फुटबॉल खेलने में इतने अच्छे थे कि महज 16 साल की उम्र में उन्हें बार्सिलोना की तरफ से खेलने का मौका दिया गया और पहली बार उन्हें अपना प्रदर्शन वैश्विक स्तर पर दिखाने का मौका मिला और अपने दृढ़ संकल्प और फुटबॉल के जुनून को उन्होंने सबके सामने साबित करके दिखाया।


और एक बेहतरीन मैच का प्रदर्शन देते हुए उन्होंने बर्सिलोना की जीत सुनिश्चित की। इसके बाद मेसी को अनेकों अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैच में खेलने का मौका दिया गया।


लियोनेल मैसी ने इसके बाद 2 वर्ल्ड कप, 2 UFA, 3 चैंपियन लीग, और 6 ला लीगा लीग, जैसे बड़े मैचों में बर्सिलोना की जीत तय की। 


आज लियोनेल मैसी विश्व के सबसे प्रचलित फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक हैं। 2019 के Forbes के अध्ययन के मुताबिक विश्व में सबसे अधिक पैसा कमाने वाले एथलीट लियोनेल मेसी है।


आज वह अपने किसी भी पुराने बीमारी की वजह से नहीं बल्कि अपने दृढ़ संकल्प की वजह से जाने जाते हैं।





लियोनेल मैसी (Lionel Messi Biography In Hindi) की कहानी से हम यह सीख सकते हैं कि व्यक्ति अपने दृढ़ संकल्प से अगर अपने सपने के पीछे भागे तो वह किसी भी चीज को हराकर अपनी जीत सुनिश्चित कर लेता है। 


जीता दिया FIFA WORLD 2022


पूरे 36 साल के बाद अर्जेंटीना ने मैसी का सपना साकार कर दिया है। मेरीडोना के बाद मैसी ने अर्जेंटीना को वर्ल्ड चैंपियन बना दिया है। अर्जेंटीना ने फ्रांस के साथ हुए शानदार वर्ल्ड कप फाइनल में पेनल्टी शूटआउट में  4-2 से हराया। यह वर्ल्ड कप कतर में आयोजित किया गया था।


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