दोस्तों UPSC लोक संघ सेवा आयोग की परीक्षा पास करना कोई आसान काम नहीं है। ये परीक्षा भारत की सबसे कठीन परीक्षा में से एक मानी जाती है। लाखों युवक युवतियां इस परीक्षा में अपना हाथ आजमाते हैं लेकिन इसमें सफलता का रेश्यो मात्र 0.05 प्रतिशत हैं। यानी की हजार में से कोई एक मुश्किल से आईएएस अफसर बनता है। ऐसी ही मुश्किल परीक्षा को पास किया हैं भारत की वीर बेटी सिमी करन ने। सिमी करण ओडिशा की रहने वाली हैं। आइए जानते हैं इनकी सफलता का राज UPSC Success Story In Hindi
22 साल की उम्र में बनी : IAS Officer
(IAS Success Story)
सिमी करन उड़ीसा में भिलाई जिले की रहने वाली है। उन्होंने बीते कुछ दिन पहले IIT के साथ UPSC की परीक्षा पास की है।
यह दोनों परीक्षा भारत की सबसे मुश्किल परीक्षा में शामिल हैं। इन्होंने इन दोनों परीक्षाओं को एक साथ पास किया है।
इस बात से आप भी अंदाजा लगा सकते हैं कि सिमी ने अपने सपने को पूरा करने में कितनी मेहनत करी होगी।
सिमी के पिता एक छोटे से स्टील प्लांट में काम करते हैं और इनकी माता Delhi Public School में टीचर है।
सिमी ने अपनी 12वीं की पढ़ाई Delhi Public School से ही पूरी की।
शुरू में तो सिमी को Civil Service में कोई रुचि नहीं था लेकिन वह गरीबों की सेवा करना चाहती थी इसलिए उन्होंने Civil Service ज्वाइन किया।
उन्होंने अपनी पहली कोशिश में ही IIT का एग्जाम निकाल लिया था और वह फिर मुंबई में इंजिनियरिंग की पढ़ाई करने चली गई थी।
उसके बाद उन्होंने UPSC की परीक्षा को भी पास किया और मात्र 22 साल की उम्र में ही IAS ऑफिसर बन गई।
सिमी ने कैसे की UPSC की तैयारी???
सिमी जब अपने इंजिनियरिंग के आखिरी साल में थी तो वहीं से उन्होंने UPSC की परीक्षा की तैयारी करनी शुरू कर दी थी।
उन्होंने बताया कि दोनो परीक्षाओं की तैयारी करना उनके लिए आसान नहीं था लेकिन फिर भी उन्होंने तैयारी की और सबसे खास बात यह कि सिमी ने UPSC की तैयारी के लिए कोचिंग नहीं ली।
सिमी ने Self-Study के बल पर ही UPSC की तैयारी की और UPSC परीक्षा को केवल 22 साल की उम्र में ही पहली कोशिश में ही निकाल लिया।
सिमी ने सभी लड़कियों को एक संदेश दिया है कि अगर कोई गरीब परिवार से भी है और वह सच्चे मन से किसी चीज के पीछे पड़ जाए तो उस चीज को वह आसानी से पा सकता है।
सिमी ने अपने पहले ही अटेम्प्ट में IAS 2019 की परीक्षा में सफलता प्राप्त करी। सिमी AIR 31वी रैंक हासिल करके IAS OFFICER बनी हैं।
उनकी ये सफलता युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा हैं। सिमी ने अपनी मेहनत और लगन के बलबूते ये साबित कर दिया है कि असंभव कुछ नहीं होता। सिमी दिन में 10 से 12 घंटे अपनी पढ़ाई पर देती थी जिसके कारण वो इस मुकाम पर पहुंची।
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