आज ही मैने इस बात को अनुभव करा कि यार जब हमारे पास सुख चैन आ जाता है तो हमारे अंदर कतई घमंड आ जाता है और हम घने इतराने लगते हैं और दिखावे में जीने लग जाते हैं जबकि दुख में हम इतने विक्षभ हो जाते हैं कि पता नहीं कौन सी घड़ी आन पड़ी हो जैसे। आइए पढ़ते हैं अच्छी बातें मेरे साथ
ज्यादा सुख तो इतराओ नहीं ज्यादा दुख तो घबराओ नहीं
(Motivational Article In Hindi)
ज्यादा दुख हो चाहे ज्यादा सुख होवे। ज्यादा शब्द अपने आप में चिंता का कारण बन जाता है।
ज्यादातर जहां भी ज्यादा शब्द जुड़ जाता है वहां ये विनाश का कारण बना जाता है
जीवन अनमोल है धीरे धीरे बिता जा रहा धन्य है वह जीवन जो काम किसी के आ रहा।
जीवन में हम जिम्मेदारी को बोझ समझने लगते हैं और बेवजह यूं ही परेशान होते रहते हैं। जिम्मेदारी से परेशान नहीं होना चाहिए बल्कि जिम्मेदारी का डटकर सामना करना चाहिए
शैतान मन में 90 फीसदी गलत विचार ही आते हैं। गलत विचारों के चलते हमारा दिमाग सही मार्ग से भटक जाता है इसलिए जरुरत है तो आत्म चिंतन की ताकि हम अपने सोचे हुए को अच्छा करके फैसला अच्छा ले सकें।
इंसान जब इंसान बन जाता है जब अपने विवेक का उपयोग करना शुरू कर देता है
विवेकी लोग वर्तमान में जीते हैं और बाकी लोग तो बेवजह ही भविष्य की चिंता करके परेशान होते रहते हैं।
अगर हम अपना आज अच्छा कर ले तो भविष्य तो खुद ब खुद अच्छा हो जाएगा
Read Also :
हम काहे को डरे | Motivational Article In Hindi
बड़ा सोचो | Motivational Article In Hindi
मज़बूरी का रोना बंद कर दो | Motivational Article In Hindi
0 Comments
If you have any doubts let me know and thanks for giving your valuable time to visit my site.