दोस्तों इस दुनिया में सारा खेल ही नॉलेज का है। जिसकी जितनी नॉलेज उसकी उतनी ताकत। आइए पढ़ते हैं Moral Story Hindi Mein
सबसे बड़े मूर्ख की कहानी
(Moral Story In Hindi)
चिंटू नाम का एक बहुत ही मूर्ख आदमी था। एक दिन वो अपनी बहन के घर रामपुर गया। बहन ने उसे बैंगन का भरता खिलाया।
चिंटू को बैंगन का भरता बहुत भाया। उसकी जुबान से उस स्वादिष्ट भरते का स्वाद जाने का नाम नहीं ले रहा था।
चिंटू को भूलने की बड़ी ही गंदी आदत थी…
इसलिए चिंटू जब अपने घर जाने लगा तो सारे रास्ते वो बैंगन का भरता रटता हुआ गया….
रास्ते में एक छोटा सा नाला पड़ा उसे पार करें बगैर आगे बढ़ना बेहद ही मुश्किल काम था।
चिंटू ने नाला पार करने की तरकीब सोची…
और तरकीब सोचते के साथ ही वो नाला भी पार कर गया।
लेकिन इस बीच चिंटू के दिमाग से बैंगन का भरता दिमाग से निकल गया और उसके बदले उसके जुबान पर बैठ गया "वाह क्या पार किया"
जब वो अपने घर पहुंचा तो उसने अपनी बीवी से कहा सुनती हो मेरे लिए जल्दी से न "वाह क्या पार किया है" बना दो। मेरी बहन ने मुझे बड़े ही मस्त और स्वाद से भरपूर वाह क्या पार किया है खिलाए थे....
पत्नी सोच में पड़ जाती है…अरे ये बावला कौन सी डिश बोल रिया है मोको तो समझ न आ रही कि ये कौन सी डिश का नाम बोल रहा है???
देरी होते देख महामूर्ख चिंटू का गुस्सा और बढ़ गया है और अपनी सारी भड़ास अपनी बीवी पर निकालने लगा…
और अपनी बीवी को वो महामूर्ख बेलन से मारने लगा…इतने में चिंटू के पड़ोसी इकट्ठे हो गए…
और चिंटू को डाटते हुए बोले अरे! भला ऐसे कोई अपनी बीवी को मारता है क्या बेचारी का मार मारके भरता बना दिया…
अरे हां हां चिंटू बोला…भरता!!! हां बैंगन का भरता
बैंगन का भरता खाना है।
अरे! मैं तो इसका नाम ही भूल गया था। पड़ोसी भी आपन सर पकड़ के बैठ गए और कहने लगे धत तेरे की मूर्ख कहीं का।
सीख
(Moral Of The Story)
इस दुनिया में अज्ञान से बड़ा दूसरा दुश्मन कोई नहीं है
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