निक वुजिकिक : एक महान व्यक्तित्व | Nick Vujicic Biography In Hindi

निक वुजिकिक : एक महान व्यक्तित्व | Nick Vujicic Biography In Hindi

आइए जानते हैं आपकी सोच से भी परे एक ऐसे इंसान के बारे में जो आपको दांतों तले ऊंगली चबाने पर मजबूर कर देगा। एक ऐसी ही महान शख्सियत हैं निक वुजिकिक


निक वुजिकिक : एक महान व्यक्तित्व | Nick Vujicic Biography In Hindi

नाम : निक वुजिकिक

उम्र : 33 साल


शारीरिक कमजोरी : जबसे जन्म हुआ तबसे हाथ पैर नहीं थे 


उपलब्धियां : दुनिया के प्रसिद्ध लेखक और प्रेरक निक का जन्म 4 दिसंबर 1982 को ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में हुआ था। बचपन से ही उनके हाथ-पैर नहीं थे। लेकिन दो छोटे पैर थे, जिनमें से एक के पैर में दो उंगलियां थीं। ऐसा मामला करोड़ों में एक ही होता है।


उनके माता-पिता को जब पता चला की उन्हें बिना हाथ-पैर वाला बच्चा पैदा हुआ है तो बहुत उदास हो गए।


यहां तक ​​की उनकी मां ने पहले तो निक को गोद में उठाने से मना कर दिया। उनको निक को स्वीकार करने में करीबन 4 महीने लग गए।


निक की मां नर्स थीं और प्रेगनेंसी के दौरान उन्होंने अपना ख्याल अच्छे से रखा था फिर भी वह निक की शारीरिक कमी के लिये खुदको दोषी मनाती। निक को अपने शुरूआती जीवन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।


वह अपने जीवन से इतना निराश हो गए थे कि 10 साल की उम्र में उन्होंने एक बार आत्महत्या करने की कोशिश की लेकिन किस्मत से वे बच गए। उस समय उन्हें अपने जीवन का कोई उद्देश्य नजर नहीं आ रहा था।      


जब निक 13 साल के थे। एक बार उन्होंने अपनी मां का लिखा हुआ खत पढ़ा जो अखबार में भी छपा था, उस में एक विकलांग अदामी की विकलांगता पर जीत की कहानी थी।


जिसे पढ़ने के बाद जिंदगी के प्रति निक का नजरिया पूरी तरह बदल गया।


निक ने महसूस किया कि वह दुनिया में विकलांगता से संघर्ष करने वाले वह अकेले व्यक्ति नहीं है।


उनको ऐसा लगा कि भगवान ने उन्हें ऐसा दूसरों को प्रेरणा देने के लिए बनाया है। इस सोच के साथ उन्होन अपनी जिंदगी का एक


मकसद बना लिया, कि वो दुसरो का हौसला बढ़ाएंगे और उनकी जिंदगी सुखद बनाएंगे।


तब उन्होंने निश्चय किया कि मैं अपनी शारीरिक कमियों को भूलकर जो कुछ मेरे पास है उसके लिए ईश्वर का धन्यवाद करूंगा।


निक ने धीरे-धीरे यह सिख लिया कि हाथ और पैर के बिना एक पूर्ण जीवन कैसे जीना है। 


वैसे, वह अपने माता पिता की बदौलत ही इतने सफल  बन सके। निक के पिता कंप्यूटर प्रोग्रामर और अकाउंटंट थे। उन्होंने निक को पंजे की मदद से टाइप करना सिखाया था।


निक की मां ने उनको एक डिवाइस की मदद से पेंसिल पकड़ना सीखा था।निक के माता-पिता ने उनको किसी स्पेशल स्कूल में भेजने के बजाए नॉर्मल स्कूल में भेजना सही समझा।


धीरे धीरे निक ने आम बचो की तरह फुटबॉल और गोल्फ खेलना सीख गए।


उन्होंने स्वीमिंग और सर्फिंग भी सीख ली। पंजे की मदद से वो चलते और फुटबॉल खलते थे। 


जब वे मात्र 17 वर्ष के थे, तब उन्होंने प्रार्थना समूहों में  भाषण देना प्रारंभ किया। 21 साल की उम्र में उन्होंने ग्रैजुएशन कर लिया था।


निक ने एक कंपनी बनाई जिसका नाम 'एटिट्यूड इज एटीट्यूड' था और बाद में उन्होंने 'लाइफ विदआउट लिंब्स' नामक एनजीओ की स्थापना की।


इसके बाद उन्होंने एक मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर अपनी जिंदगी की शुरुआत की। 


फिर निक ने केनिया मियाहरा से शादी की और

2007 में लॉस ऐंजिलिस में बस गए।


निक ने कभी नहीं सोचा था कि उन्हें ऐसी लड़की मिलेगी, जो अपनी पूरी जिंदगी उनके साथ बिताना चाहेगी।


पहेली बार देखते ही निक को कोनिया से प्यार हो गया था। कोनिया को निक का अच्छा बर्ताव और लोगों के लिए कुछ करने की चाहत पसंद आई।


निक आज तक 44 से ज्यादा देशों में जा चुके हैं और जाकार वहा के लोगो को जीने का सही तारिका भी सिखाया है।


निक काफी सकारात्मक सोच वाले व्यक्ति हैं।  वह कहते हैं कि मैं लोगों को खुद से प्यार करने और गिरकर उठने के लिए प्रेरित करता हूं।


अगर मेरी वजह से एक भी आदमी प्रेरित होता है। तो मेरे जीवन का उद्देश्य पूरा हो जयेगा।


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