रोहित शर्मा की दिलचस्प कहानी | Rohit Sharma Biography In Hindi

रोहित शर्मा की दिलचस्प कहानी | Rohit Sharma Biography In Hindi

वन डे क्रिकेट में 3 दोहरे शतक लगाने वाले दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में शुमार है रोहित शर्मा। आइए पढ़ते हैं इनसे जुड़े कुछ दिलचस्प किस्से


रोहित शर्मा

(Rohit Sharma Jivani)


रोहित शर्मा भारतीय टीम के तीनों फॉर्मेट यानी कि वनडे टेस्ट और टी20 के नियमित कप्तान और नियमित ओपनर है।


2021 वर्ल्ड कप के बाद जब विराट कोहली ने कप्तानी छोड़ी तो उसके बाद रोहित शर्मा को t20 वनडे उसके बाद टेस्ट टीम का कप्तान भी घोषित कर दिया गया।


रोहित शर्मा के नाम कई रिकॉर्ड दर्ज है और उन्हें दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। 


रोहित शर्मा एकमात्र ऐसे बल्लेबाज हैं जो t20 में 4 शतक और वनडे में तीन दोहरे शतक लगा चुके हैं। इनके नाम कई ऐसे रिकॉर्ड हैं जो इनको और भी ज्यादा प्रसिद्ध बनाते हैं।


रोहित शर्मा का जन्म 30 अप्रैल 1987 को नागपुर में हुआ था। रोहित शर्मा के पिता का नाम गुरु नाथ शर्मा और इनके माता का नाम पूर्णिमा शर्मा है।


रोहित शर्मा का जन्म हिंदू धर्म के ब्राह्मण जाति के परिवार में हुआ था। रोहित शर्मा ने जिस परिवार में जन्म लिया था। उस परिवार का स्टेटस एक मध्यमवर्गीय परिवार का था और इन्हें रोज अपने भोजन के बारे में थोड़ा सोचना पड़ता था। 


इनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ही कमजोर थी जिसके कारण रोहित शर्मा को अपना बचपन अपने दादा दादी के यहां बिताना पड़ा और यह कभी-कभी अपने माता-पिता से मिलने आया करते थे।




रोहित शर्मा शुरू से ही क्रिकेट खेलने में बेस्ट थे और वह ज्यादातर समय क्रिकेट ही खेला करते थे।


जब इनके चाचा ने इन्हें क्रिकेट खेलते देखा तो उन्हें ऐसा लगा कि यह क्रिकेट में अच्छा कर सकता है इसलिए उन्होंने रोहित शर्मा का नामांकन एक क्रिकेट कैंप में करवा दिया। 


शुरू में रोहित शर्मा ने अपने करियर की शुरुआत एक गेंदबाज के रूप में की थी लेकिन धीरे-धीरे उनकी बैटिंग निखरती गई और वह एक बल्लेबाज बनकर सबके सामने आए।


आगे चलकर रोहित शर्मा एक दाएं हाथ के बल्लेबाज और दाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज बने लेकिन आजकल इन्हें ज्यादातर इनके बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है। 


Rohit sharma biography in Hindi



नाम

रोहित गुरुनाथ शर्मा

पिता का नाम

गुरु नाथ शर्मा

जन्म

30 अप्रैल 1987

निक नेम

हिटमैन

जन्म स्थान

नागपुर



रोहित शर्मा का क्रिकेट करियर 


रोहित शर्मा ने जब शुरुआत में क्रिकेट खेलना शुरू करा था तो उनका मकसद यह था कि वह एक गेंदबाज बने और एक गेंदबाज के रूप में अपने क्रिकेट करियर को आगे बढ़ाया लेकिन जब वह बैटिंग करने लगे तो वह धीरे-धीरे गेंदबाजी से बढ़िया बैटिंग करते थे जिसके वजह से कई कोच ने उन्हें सलाह दी कि वह गेंदबाजी छोड़कर बैटिंग करें जिसके वजह से रोहित ने अपनी गेंदबाजी को छोड़ दिया और बैटिंग में अपने कार्य को बनाने के पीछे दौड़ने लगे। 


कुछ दिनों के बाद उनकी बैटिंग अच्छी हो गई और वह बड़ी बड़ी पारियां खेलने लगे। इन्हें पहली बार देवधर ट्रॉफी में खेलने का मौका मिला जिसके पहले मैच में यह कुछ खास नहीं कर सके लेकिन अगले मैच में यह 142 रनों की नाबाद पारी खेलकर अपनी टीम को जीत दिलाई।



इसके बाद लगातार रोहित शर्मा अच्छे प्रदर्शन करते रहे और बेहतरीन पारियां खेलते रहे जिसके कारण चयनकर्ताओं का ध्यान रोहित शर्मा की तरफ आकर्षित होने लगा और वह रोहित शर्मा को मौके देने की तलाश में रहने लगे। 


इनके बढ़िया परफॉर्मेंस को देखते हुए 2006 में न्यूजीलैंड के दौरे पर इन्हें इंडिया ए में चुना गया।


इसके बाद इन्हें 2006 में ही रणजी ट्रॉफी में भी मौका दिया गया और लिस्ट ए मैच के साथ-साथ रणजी ट्रॉफी में भी इन्होंने 2006 में ही पदार्पन किया था।


2006 का साल इनके लिए वैसे तो ठीक था लेकिन परफॉर्मेंस के मामले में 2006 का साल इनके लिए खासा निराशाजनक रहा।


यह अपने बैट से रन नहीं बना पाए जिसके कारण यह थोड़े से फेल होते नजर आए लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपने परफॉर्मेंस को बैक किया। 


इनके अच्छे प्रदर्शन के कारण इन्हें आयरलैंड के खिलाफ भारतीय टीम में मौका दिया गया। वहां पर इन्हें बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला लेकिन 2007 की t20 में रोहित शर्मा को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलने का मौका मिला जिसमें दक्षिण अफ्रीका की तेज गेंदबाजों के सामने रोहित शर्मा ने शानदार 50 रन बनाए और सबकी नजर में अपने आपको साबित किया।


इसके बाद कुछ दिन इनका परफॉर्मेंस खराब रहा और कुछ दिन तक नए खिलाड़ियों को मौका दिया गया जिसके वजह से कुछ दिन इन्हें टीम इंडिया से बाहर रहना पड़ा। यहां तक कि इन्हें 2011 वर्ल्ड कप से भी बाहर कर दिया गया। 


लेकिन फिर 2011 वर्ल्ड कप के बाद और सचिन तेंदुलकर के संन्यास के बाद रोहित शर्मा को फिर से टीम इंडिया में लाया गया और उसके बाद रोहित शर्मा ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।


रोहित शर्मा लगातार अच्छा परफॉर्मेंस करते रहे और वनडे के साथ टी20 में भी इन्होंने अपनी जगह एक ओपनर के रूप में पक्की कर ली।



उस समय टेस्ट टीम में रोहित शर्मा की जगह पक्की नहीं थी लेकिन बाद में रोहित शर्मा ने टेस्ट टीम में भी अपनी जगह पक्की कर ली और आज यह तीनों फॉर्मेट के कप्तान भी हैं और तीनों फॉर्मेट के नियमित ओपनर भी है।


रोहित शर्मा आईपीएल में मुंबई इंडियंस की कप्तानी करते हैं और ये अपनी कप्तानी में मुंबई इंडियंस को 5 बार चैंपियन भी बना चुके हैं। 


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