नेक काम | Swami Vivekananda

नेक काम | Swami Vivekananda

स्वामी विवेकानंद एक ऐसी शख्सियत जिनके फोटो मात्र को देखने से हमारे शरीर में एक अलग आत्म विश्वास जागता है और जब हम उनकी कहानियां प्रेरक प्रसंग और उनकी जीवनी पढ़ेंगे तो निश्चय ही हमें सफल बनने से कोई नहीं रोक पाएगा। ऐसे महान व्यक्तित्व हैं Swami Vivekananda 

 


नेक काम

(Swami Vivekanand)


एक समय की बात है स्वामी विवेकानंद से एक व्यक्ति मिला और उसने बताया कि कभी स्वामी विवेकानंद का भाषण सुनकर वह उनकी एक कथन से काफी प्रेरित हुआ था जिसमें विवेकानंद जी ने कहा था कि अगर आप पैसे और स्त्री के पीछे नहीं भागोगे तो वह आपके पीछे भागेंगे।


उस व्यक्ति ने कहा कि वह चाहता है कि उसके जीवन में खूब सारा पैसा और स्त्रियों का साथ बना रहे।


इस वजह से उसने एक साल तक अपने आपको पैसे और स्त्री से दूर रखा ताकि यह सभी चीजें उसकी ओर आकर्षित हो। 


उसके बाद उस व्यक्ति ने क्रोधित होकर कहा कि उसका संकल्प पूरी तरह से व्यर्थ हो गया है।


पिछले 1 साल तक अपने संकल्प पर बने रहने के बावजूद ना तो उसके पास कोई ध्यान आया ना ही उसके पास से किसी स्त्री का साथ आया।


और इसी के साथ उसने इस बात के लिए दावा किया कि स्वामी विवेकानंद की कही बात झूठ है। 


इस बात को सुनकर स्वामी जी ने कहा कि आप अपने संकल्प पर विचार करें और मुझे एक प्रश्न का जवाब दें कि – इस संकल्प के पीछे तुम्हारी साधना थी या कामना थी।


विवेकानंद जी ने कहा कि अगर तुमने स्त्री और पैसे के पीछे न भागने का संकल्प किया है और इस संकल्प के पीछे तुम्हारी साधना तुम्हारा मुख्य उद्देश्य है तो तुम्हारे पीछे धन और स्त्रियां आकर्षित होंगी।


मगर जब तुम अपने स्वार्थ या अपनी निजी कामना की वजह से इस प्रकार का संकल्प लेते हो तो ना तुम्हारे पीछे स्त्रियां होंगी और न ही पैसा आकर्षित होगा। 


स्वामी विवेकानंद की यह बात सुनकर उस व्यक्ति ने स्वामी जी का पैर पकड़ लिया और कहा कि मुझे इस संबंध में विस्तार से समझाइए कि मैं यह कैसे कर सकता हूं। 


तब स्वामी जी ने बताया कि जब आप पैसे और स्त्री के ऊपर ध्यान नहीं देते और यह सोच कर कि वह आपकी ओर आकर्षित होंगे तो यह आपके व्यक्तित्व में दिखता है जिस वजह से आपकी ओर ना कोई स्त्री आकर्षित हो पाती है ना ही आप अच्छा पैसा कमा पाते है।


मगर जब आप कोई अच्छा संकल्प अपनी साधना के लिए करते हो तो उस वक्त आपका व्यक्तित्व अलग होता है जो लोगों को आपकी ओर आकर्षित करता है।


कहने का तात्पर्य है कि किसी अच्छे कार्य को करने के पीछे आपकी नियत क्या है यह मायने रखती है।


और जब उस तरह का व्यक्तित्व आप अपनाते हो और पने काम के लिए सभी चीजों का त्याग करते हो तो यह आपके व्यक्तित्व को इतना निखारती है कि सुख आपकी ओर आकर्षित हो जाते हैं। 


सीख

(Moral Of The Story)


इस कहानी के जरिए हमें यह सीख मिलती हैं कि अगर हम कोई अच्छा काम करते हैं तो हमें उसमें अपनी नियत को भी अच्छा रखना चाहिए।


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