छिपा हुआ खजाना | Moral Story In Hindi

छिपा हुआ खजाना | Moral Story In Hindi

दोस्तों आज हम moral story in hindi में चार किसान के आलसी बेटों पर आधारित एक कहानी लेकर आए है। आइए पढ़ते हैं ये बेहतरीन moral story hindi mein


छिपा हुआ खजाना

(Moral Story In Hindi)


ढोलकपुर गांव में केशव नाम का एक किसान था। उसके चार पुत्र थे। केशव बहुत मेहनती किसान था। किसान के चारों बेटे घने ही आलसी थे। 


किसान अपने चारों बेटों से खेती बाड़ी करने के लिए खूब कहता पर उन पर कोई असर नही पड़ता…


जब किसान बूढ़ा हो गया तो अब केशव को लगने लगा था कि अब उसकी अंतिम घड़ी निकट आ गई है। उसने अपने चारों बेटों को अपने पास बुलाया और अपने बेटों को एक राज की बात बताने लगा…


किसान ने कहा "बेटा अब मेरा अंतिम समय आ गया है मैं कुछ ही टाइम का मेहमान हूं। इसलिए तुम चारो मेरी बात को ध्यान से सुनो… 


मेरे खेत में ढेर सारा धन छुपा हुआ है मेरे मरने के बाद तुम खेत को बहुत गहराई तक खोदना तुम्हें वो धन मिल जाएगा…इतने कहने के बाद केशव की मृत्यु हो गई।


चारो बेटे खुशी के मारे झूम उठते है कि उन्हें अब जिन्दगी भर कोई काम नही करना पड़ेगा।


अब चारो बेटे अपने पिता का अंतिम संस्कार करने के बाद जब खेत में जाते हैं तो वहां जी तोड़ खुदाई करने में लग जाते हैं….लेकिन उन्हें पूरे खेत में कहीं भी कोई खजाना नहीं मिलता।


उनको अपने पिता पर बहुत गुस्सा आता है लेकिन उन्होंने सोचा कि अब खेत तो खुद ही गया है तो क्यों न हम इसमें धान बो देते हैं इस तरह वो चारों मिलकर धान बो देते हैं।

कुछ ही महीनों बाद खेत धान की फसल से लहलहा उठता है और उस फसल को बेचकर वो चारों अच्छा खासा पैसा भी कमा लेते हैं।

उस दिन उनको अपने पिता की बात का मतलब समझ में आया कि असली धन तो मेहनत में छिपा है। उनके पिता उनको मरते दम भी मेहनत का पाठ पढ़ाके गए।


सीख
(Moral Of The Story)

आलस छोड़कर मेहनत करना शुरु करो मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता।

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