शेर का आसन | Moral Story In Hindi

शेर का आसन | Moral Story In Hindi

नकलची मत बनो। तुम ऐसे बनो कि लोग तुम्हें कॉपी करना चाहे। आइए पढ़ते हैं motivational story in hindi 


शेर का आसन
(Moral Story In Hindi)


जंगल का राजा शेर काफ़ी भयंकर और बलशाली होता है। वो सभी जानवरों को अपने खौफ से डराकर रखता है।


एक दिन शेर महराज जंगल में घूमने निकले कि भैया!!! देखा तो जाए कि आजकल जंगल में क्या चल रहा है!!!


ये क्या शेर ने बलराम पुर के राजा झाऊलाल को हाथी पर आसन डालकर बैठे हुए देखा!!!


राजा क्रोध के मारे सकपका गया। कहने लगा अरे हम भी तो राजा है हम भी आसन पर विराजमान होंगे!!


शेर ने जंगल के सभी जानवरों को बुलाकर एक फरमान जारी किया कि हमारे लिए हाथी पर एक आसान बिछवाया जाए!!


सभी जानवर एक पल हंसने को हुए ही थे लेकिन जैसे तैसे उन्होंने अपनी हंसी रोक ली!!!!


अब भला शेर महाराज का आदेश कौन ही टाल सकता था!! इसलिए महाराज के लिए हाथी पर आसन तैयार कर दिया गया…


शेर उछलकर हाथी पर सजे गद्देदार आसन पर बैठ गया। आह!! कितना मजा आ रहा है मैं तो अब इस पर ऐसे ही रोज बैठा करूंगा... शेर बोला!


अब शेर ने हाथी को चलने का आदेश दिया अब हाथी जैसे ही चले आसन बिगड़ जाए!! आसान कभी इधर तो कभी उधर!! और आखिर में ये क्या…


शेर धड़ाम से नीचे गिर जाता है। शेर की तो टांगे ही टूट जाती है। शेर अब कान पकड़ लेता है तौबा तौबा अब न बैठना भैया मुझे ऐसे आसन पर। हम तो पैदल ही अच्छे हैं!!


सीख

(Moral Of The Story)


  1. हमें दूसरों की नकल नहीं करनी चाहिए।

  2. नकल करने से हमारी खुद की क्षमता समाप्त हो जाती है।


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