मगरू और शमशेर की रोचक कहानी | Panchtantra Story In Hindi

मगरू और शमशेर की रोचक कहानी | Panchtantra Story In Hindi

दोस्तों हमारे जीवन में कहानियों का बड़ा ही विशेष महत्त्व होता है और अगर panchtantra ki kahani हो तो रोमांच और भी ज्यादा बढ़ जाता है आइए पढ़ते है बंदर और मगरमच्छ की मशहूर famous panchtantra story in hindi


मगरू और शमशेर की रोचक कहानी
(Panchtantra Story In Hindi)


गंगा नदी के किनारे एक बड़ा ही विशालकाय जामुन का पेड़ था। उस पेड़ पर एक बड़ा ही शरारती बंदर शमशेर रहता था और नीचे नदी में एक मगरमच्छ अपनी लालची पत्नी के साथ रहता था।


मगरमच्छ और बंदर बहुत अच्छे दोस्त थे। बंदर मगरमच्छ को पेड़ से तोड़कर मीठे मीठे जामुन रोज खिलाया करता था। 


एक दिन मगरमच्छ अपनी बीवी के लिए जामुन ले गया और बोला ये जामुन मेरे दोस्त शमशेर बंदर ने मुझे दिए है….


जामुन मगरमच्छ की बीवी को बहुत पसन्द आते हैं। वो मन ही मन सोचती है अगर ये जामुन इतने मीठे है तो इन जामुन को खाने वाले उस बंदर का कलेजा कितना स्वादिष्ट होगा….


मगरमच्छ की बीवी ये मन मन ही सोचकर उछलने लगी और जीभ लटकाने लगी।


अब क्या था अगले ही दिन उसकी बीवी ने मगरमच्छ को किसी भी कीमत उस बंदर का कलेजा लाने को कहा।


बेचारा मगरमच्छ मरता क्या न करता, आख़िर बीवी के आगे किसकी चली है भाई!!! 


मगरमच्छ अपनी बीवी के लिए बंदर का कलेजा लाने के लिए निकल पड़ता है!!!


अब क्या था मगरमच्छ झट से अपने दोस्त शमशेर बंदर के पास पहुंच गया और उससे अपने घर चाय पर चलने के लिए कहा।


बंदर अपने मगरमच्छ दोस्त को काफ़ी मानता था इसलिए वो उसके साथ चलने को तैयार हो गया और झटाक से मगरमच्छ की पीठ पर बैठ गया।


लेकिन, बंदर ने मगरमच्छ के उतरे हुए चेहरे को मानो जैसे पढ़ लिया हो और फिर क्या था, शमशेर बंदर ने बातों बातों में उससे सारी बाते निकलवा ली।


अब क्या था जब बंदर को पता चला की यहां तो भाई मेरी जान खतरे में है तो मुझे जल्द से जल्द कुछ करना होगा???


बंदर ने कहा अरे भाई तुम्हें मेरा कलेजा चाहिए न ?? अरे ये तो भाई पहले बताने का था न!! कैसी बात करते हो भाऊ!!! 


वो कलेजा तो मेरा जामुन के पेड़ पर ही रखा है। वो क्या है कि हम बंदर लोग अपना कलेजा पेड़ पर ही रखते हैं न इसलिए।


अब क्या सोच रहे हो चलो मुझे जामुन के पेड़ पर वापिस ले चलो!!!


अब क्या था मगरमच्छ ने यू टर्न लिया और जामुन के पेड़ पर वापिस आ गए और फिर क्या था शमशेर बंदर ने छलांग लगाई और पेड़ पर चढ़ गया!!


पेड़ पर चढ़कर शमशेर बंदर बोला भाऊ अब अपनी दोस्ती खतम। तू भी कितना बड़ा मूर्ख है अपना कलेजा भला कोई पेड़ पर थोड़ी रखता है!!


सीख
(Moral Of The Story)


हमें इस panchtantra ki kahani hindi me से ये 3 महत्वपूर्ण सीख मिलती है :


हमें दूसरों की बातों में आकर कभी भी भ्रष्ट आचरण नहीं करना चाहिए। 


जो व्यक्ति दूसरों के कहे अनुसार चलता है उसकी खुद की विवेक शक्ति नष्ट हो जाया करती है।


कभी भी मित्र के साथ विश्वासघात नहीं करना चाहिए।


Read Also :


चूहे ने की शेर की मदद | Short Story In Hindi



Post a Comment

0 Comments