गरीब का ठेला | Motivational Poem In Hindi

गरीब का ठेला | Motivational Poem In Hindi

गरीब का ठेला 



देखो भाई देखो ! गरीब लेकर चला ठेला

मम्मी के साथ चला वो अकेला

ये हैं गरीब का ठेला


सातवी क्लास का बालक लेकर चला ठेला

छोड़कर पढ़ाई का रेला

अब फील करता है अकेला

क्योंकि अब नहीं हैं कोई गुरू कोई चेला

ये हैं गरीब का ठेला


सच बात हैं ये 

अभिशाप वाली बात हैं ये

बालक की मजदूरी

इससे तो अच्छा रहे दूरी


बालक को जो बनना है 

वो बनने दो

बीच में किसी चीज को बाधा मत बनने दो

उसके पंखों को खुलकर उड़ने दो

थोड़ी सांस तुम भी भरो 

और थोड़ी उसे भी भरने दो

गरीब के ठेले को 

न ही तुम चलने दो


बाल मजदूरी को

खत्म करने दो

अब तो भैया

इससे दूरी करने दो


बालक का सपना साकार करने दो

सपनों में नए रंग भरने दो


बालक को डॉक्टर टीचर बनने दो

अब न बोलो इसको कुछ

इसको जी भरके पढ़ने दो

इसको जी भरके खेल भी करने दो

रोनाल्डो मैसी चोपड़ा कोहली बनने दो

अरे भैया बस करो गरीब का ठेला सपनो वाला चलने दो

गरीब का ठेला चलने दो

गरीब को अकेला चलने दो


अंबेडकर कलाम जैसा बनने दो

गरीबी को बीच में बाधा मत बनने दो

गरीब बालक का ठेला चलने दो


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