व्यक्ती की सोच ही उसे अच्छा और बुरा बनाती है। हरेक व्यक्ति अपनी सोच के कारण ही मान सम्मान या अपमान को प्राप्त करता है। आइए पढ़ते हैं ये बेहतरीन प्रेरणादाई कहानी।
किसान की सोच
(Motivational Story In Hindi)
हरकू का अपने गांव गोलपुर में एक छोटा सा खेत था, वहां वो खेती बाड़ी करके अपने परिवार का जीवन निर्वाह करा करता था। खेती बाड़ी से हरकू के परिवार का गुजर बसर हो जाया करता था।
लेकिन, हरकू को आजकल खेती बाड़ी करने में दिक्कत हो रही थी, क्योंकि खेत के अंदर एक नुकीला पत्थर था। उससे किसान का रोज़ाना कुछ न कुछ नुकसान हो जाता था।
किसान सोचता था कि वो नुकीला पत्थर एक बहुत बड़ी चट्टान है, इसलिए वो हर दम इस पत्थर को बाहर नहीं निकालता था। कई बार उसे इस पत्थर की वजह से चोट भी लग गई थी।
इसलिए अब हरकू उस पत्थर से दूरी बनाकर खेती बाड़ी करता था लेकिन फिर भी कुछ न कुछ नुकसान हो ही जाता था।
एक बार हरकू के हल की उस पत्थर से नोक टूट गई, इस बार हरकू को बहुत तेज गुस्सा आया और उसने गांव के दस बारह बंदों को इक्कठा कर लिया और फिर उस पत्थर को निकालने में जुट गया।
लेकिन, वो नुकीला पत्थर तो फावड़े की दो बार मार से ही बाहर निकल गया।
सारे लोग ये देखकर हैरान हो जाते हैं, और हरकू को सुनाने लगते हैं "तुम तो कह रहे थे यहां बड़ी चट्टान है लेकिन यहां तो केवल एक छोटा सा पत्थर है, फालतू में तुमने हमारा समय खराब करा।" ये सब बोलकर वो चले गए।
हरकू माथा पकड़े हुए खुद से कहता है काश में इस पत्थर को चट्टान न समझता तो मेरा इतना नुकसान न होता।
सीख
(Moral Of The Story)
कभी कभी हम मन ही मन कुछ छोटी छोटी समस्याओं को बड़ा मान बैठते हैं और फिर उनसे दूर भागने लगते हैं। हमें
समस्याओं से दूर नहीं भागना चाहिए बल्कि उनका डटकर सामना करना चाहिए।
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