Moral Story in Hindi
आज के इस लेख में Moral Story in Hindi के जरिए हमें यह बताने जा रहे है कि हमें कैसा व्यवहार करना चाहिए। हम जीवन में जैसा दूसरों से उम्मीद रखते है हमें औरों के प्रति वैसा ही व्यवहार रखना चाहिए। आपने यह बात बहुत सारे लोगों के मुंह से सुनी होगी मगर आज हम आपको एक कहानी के माध्यम से अनमोल विचार का महत्व सीखाने जा रहे हैं।
आज हम आपको एक मजेदार Moral Story in Hindi बताने जा रहे है जो बच्चों के व्यवहार को सुधारने में मदद करेगा। आज की इस लेख में आप यह समझेंगे कि हमें दूसरों के प्रति कैसा व्यवहार रखना चाहिए, हमें हमेशा ऐसा व्यवहार रखना चाहिए जिससे दूसरों को तकलीफ न हो तो आप इस लेख के साथ बने रहिए और लेटेस्ट Moral Story in Hindi का आनंद लीजिए।
पेड़ से सीखिए – अनमोल विचार की एक कहानी
एक गांव में दो भाई रहते थे, बड़े भाई का नाम राम और छोटे भाई का नाम शाम था। गांव में बड़े भाई की बड़ी तारीफ होती थी वह हमेशा इस बात का ख्याल रखता था कि उसके व्यवहार से दूसरे को कोई तकलीफ न पहुंचे। उनके परिवार में सभी बहुत खुश थे कि राम गांव में सभी का लोकप्रिय है।
मगर वो राम के प्रति जितना गर्वित महसूस करते थे उतना ही शाम को लेकर चिंतित भी थे। शाम का व्यवहार किसी के प्रति अच्छा नहीं था हर किसी के साथ वह कठोरता से व्यवहार करता था और इस वजह से गांव में शाम को कोई पसंद नहीं करता था।
एक दिन उनके पिता ने निर्णय किया छोटे भाई को कुछ ज्ञान दिया जाए जिससे उसके व्यवहार में बदलाव आए और लोग उसे भी पसंद करें। इस बात का निर्णय करने के बाद वे दोनों भाई को लेकर गांव के नदी के पास एक जामुन के पेड़ के पास ले गए।
उस गांव में एक नदी बहती थी जिसके पास एक बड़ा सा जामुन का पेड़ था उसके पिता दोनों को उस जामुन के पेड़ के पास ले गए और उस जामुन के पेड़ पर लगे फल की ओर इशारा करते हुए कहा कि इस पेड़ पर लगे फल को देखकर तुम दोनों के मन में क्या विचार आते है।
तो जैसा बड़े भाई का व्यवहार हमेशा दूसरों के प्रति अच्छा रहता था तो उसने कहा कि यह एक बहुत ही सुंदर पेड़ है जिसके फल खाकर हमारा मन खुश हो जाता है। रोजाना हम इस पेड़ से फल खाते है इसके लिए हमें इस पेड़ का शुक्रिया अदा करना चाहिए और इस पेड़ के प्रति हमेशा अच्छा व्यवहार रखना चाहिए।
जब उसके पिता ने यही सवाल अपने छोटे बेटे शाम से किया तो उसने कहा कि यह एक बहुत ही बेकार पेड़ है, जब तक हम इस पेड़ को मारेंगे नहीं तब तक यह पेड़ हमें फल नहीं देगा इस वजह से हमें इस पेड़ का फल खाने के लिए इस पर पत्थर से वार करना चाहिए।
दोनों के पिता कुछ देर तक उस पेड़ के नीचे खड़े रहे और अचानक एक जामुन उस पेड़ से गिरा उन्होंने छोटे बेटे शाम को दिखाते हुए कहा कि हम इस पेड़ को नहीं मारेंगे तब भी यह हमें फल जरूर देगा, पर क्या तुम यह बता सकते हो कि क्या पेड़ हमें फल देने के बदले में हम से क्या लेता है? इस सवाल का शाम के पास कोई जवाब नहीं था।
फिर उसके पिता ने अपने छोटे बेटे को समझाया कि हमें हमेशा अपना व्यवहार दूसरों के प्रति एक पेड़ की तरह रखना चाहिए जिसमें हमें औरों से क्या मिलेगा इसकी उम्मीद ना करते हुए उन्हें हम जितना दे सकते है उतना देना चाहिए।
सीख
(Moral Of The Story)
जिस प्रकार पेड़ अपना फल स्वयं नहीं खाता वह हमें देता है और बदले में हमसे कुछ नहीं लेता ऐसा ही व्यवहार हमें भी औरों के प्रति रखना चाहिए दूसरों से बिना कोई उम्मीद रखें उनके प्रति आदर और अच्छी भावना रखनी चाहिए।
इसलिए हमें हमेशा अपने जीवन में ऐसा ही काम करना चाहिए जिससे दूसरों का भला हो सके और बदले में उनसे हमें कोई उम्मीद नहीं रखनी चाहिए।
इस तरह छोटे लड़के को यह बात समझ में आ गई कि हमें हमेशा औरों के प्रति अच्छा व्यवहार रखना चाहिए और आगे से उसने ऐसा कोई काम नहीं किया जिससे किसी को भी तकलीफ पहुंचे।
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