दो मेंढकों की कहानी | Short Moral Story In Hindi For Kids

दो मेंढकों की कहानी | Short Moral Story In Hindi For Kids

लोगों का तो काम है कहना इसलिए लोगों के कहे में न आकर अपने कर्मों पर विश्वास करना चाहिए। आइए पढ़ते हैं Short Moral Story In Hindi


दो मेंढकों की कहानी
(Motivational Story In Hindi)


एक बार मेंढकों का एक बड़े समूह ने पूरे जंगल की यात्रा करने निकलता हैं लेकिन दो मेंढक एक गहरे गड्ढे में गिर जाते हैं!!!


दोनों मेंढ़क निकलने की भरपूर कोशिश करते हैं लेकिन कोई भी बाहर नहीं निकल पाता…


उन दोनों मेंढ़कों की कोशिशों को बाहर खड़े ढेरों मेंढक भी देख रहे थे और जोर जोर से चिल्ला रहे थे कि तुम्हारा कोशिश करना बेकार है। तुम चाहें हज़ार कोशिश कर लो इस खतरनाक गड्ढे से बाहर निकलना तुम्हारे बसकी बात नहीं है!!!


गड्ढे में मौजूद एक मेंढ़क उनकी बात ध्यान से सुन रहा था!! उनकी बातें सुनकर वो बहुत दुखी हो गया और उसने बाहर निकलने की कोशिश ही छोड़ दी और निराश होकर अपने प्राण ही त्याग दिए!!!


लेकिन ये क्या… दूसरा मेंढ़क तो अभी भी बाहर निकलने की कोशिश में लगा हुआ था…. सभी मेंढ़क उसका खूब मजाक उड़ा रहे थे!!!


आखिरकार बार बार कोशिश करने से मेंढ़क ने लंबी छलांग लगा दी और गड्ढे से बाहर निकल आया!!!


ये देखकर सभी मेंढ़क हैरान हो गए। उन्हें अपनी आंखों पर भरोसा नहीं हो रहा था। उनसे रहा नहीं गया तो उन्होंने पूछा तुम बाहर कैसे निकल आए???


तो मेंढ़क बोला कि वह बेहरा है। जब मैं बाहर निकलने की कोशिश कर रहा था तो मुझे लगा कि तुम मेंढ़क लोग मेरा हौसला बढ़ाने के लिए कूद रहे हो। तुम दोस्तों के हौसला अफजाई से ही मैं बाहर निकल पाया।


सीख
(Moral Of The Short Story)


  1. हमें पॉजिटिव सोचना चाहिए।

  2. अगर लोग कहे कि तुमसे ना हो पाएगा तो बेहरे बन जाना ही सही है।

  3. अगर हम अपनी सोच पॉजिटिव रखेंगे तो हम हरेक काम में सफल बनेंगे।


उम्मीद करते हैं आपको हमारी ये Short Story In Hindi अच्छी लगी होगी। अगर आपके पास भी ऐसी Short Motivational Story In Hindi For Kids है तो आप हमें motivationalwala@gmail.com पर भेज सकते हैं।



Related To Post :




Post a Comment

0 Comments