अति बुरी बला है | Short Moral Story In Hindi

अति बुरी बला है | Short Moral Story In Hindi

नैतिक शिक्षा से भरी कहानियां हमारे जीवन में पॉजिटिव बदलाव लाती हैं इसलिए हमें रोजाना नैतिक कहानियां पढ़नी चाहिए। आइए पढ़ते हैं एक छोटी सी नैतिक कहानी 


अति बुरी बला है
(Short Moral Story In Hindi)


एक कबूतर पानी की तालाश में इधर उधर भटक रहा था लेकिन इतनी भीषण गर्मी पड़ी हुई थी कि झीले, नहरे, तालाब सब सुख चुके थे। दूर दूर तक पानी की एक बूंद नज़र नहीं आ रही थी।


लेकिन जब ही कबूतर को दीवार पर पानी के गिलास का एक चित्र दिखा।


चित्र देखकर कबूतर दीवार के पास गया और कबूतर सोचने लगा कि ये तो असली में पानी का गिलास है।


अब क्या था जैसे ही कबूतर पानी पीने जाए वो पी ही न पाए!!! 


ऐसे करते करते कबूतर को बहुत देर हो गई!!!


अब कबूतर ने सोचा क्यों ने मैं अपनी पूरी ताकत से पानी पीने की कोशिश करूं…


अब क्या था कबूतर एक दम ऊंची उड़ान भरकर एक दम स्पीड दीवार पर लगे चित्र से टकराया और बुरी तरह घायल हो गया। कबूतर के सारे पंख टूट गए और बेचारा बुरी तरह असहाय होकर जमीन पर गिर गया।


बाद में एक राहगीर ने कबूतर का इलाज कर उसको ठीक होने के बाद वापिस उड़ा दिया!


सीख
(Moral Of The Short Story)


अति उत्साह हमारे लिए बहुत नुकसानकारी हो सकता है। अति उत्साह से जितना हो सके उतना बचे। उत्साह सामान्य हो तो ठीक है।


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