अज्ञानता | Moral Story In Hindi

अज्ञानता | Moral Story In Hindi

ज्ञान वह दीपक है जो हरेक व्यक्ति के जीवन में रोशनी कर देता है। कोई व्यक्ति किसी भी पोजीशन में क्यों न हो, परंतु उसकी स्थिति यकायक ज्ञान से बदलने में देर नहीं लगती। आइए पढ़ते हैं ये बेहतरीन रोचक moral story in hindi :


अज्ञानता
(Moral Story For Student)


एक समय की बात है, उस वक्त बहुत प्रसिद्ध राजा हुआ करते थे राजा रुद्र प्रताप।


उन्हें शिकार करने का बड़ा शौक था इसलिए वह रोजाना शिकार करने जाया करते थे।


एक दिन शिकार करने के लिए वह जंगल गए तभी किसी शिकार का पीछा करते हुए वह जंगल के काफी अंदर चले गए और रास्ता भटक गए। 



बहुत देर जंगल में इधर उधर घूमने के बाद जब उन्हें वापस लौटने का रास्ता नहीं मिला तो वे उस जंगल में कहीं ठहरने का स्थान ढूंढने लगे क्योंकि रात होने लगी थी।


तभी जंगल के मध्य में उन्हें एक झोपड़ी दिखी जो किसी वनवासी की थी जो कोयला बनाने का व्यापार करता था।


वह उसकी झोपड़ी के निकट गए और अपना परिचय देते हुए उससे रात बिताने के लिए कुछ जगह मांगी। 


वनवासी ने राजा को रातभर ठहरने का उचित स्थान दिया और खाने-पीने की भी उत्तम व्यवस्था कर दी।


राजा उस वनवासी के आदर सत्कार से काफी खुश हुआ और उसने बताया यह जंगल भी उसकी रियासत का हिस्सा है।


और, वह उसके आदर सत्कार से इतना खुश हुआ है कि उसे राजमहल का शाही चंदन का बगीचा उपहार में देना चाहता है। 


स्वामी विवेकानंद प्रेरक कहानी


वनवासी राजा से काफी खुश हुआ और राजा को सकुशल जंगल से बाहर ले गया।


उसके बाद चंदन के बगीचे में अपनी झोपड़ी बनाकर बैठ गया।


उसे चंदन के पेड़ काफी पसंद आए मगर जैसा कि वह एक कोयला बनाने वाला व्यापारी था तो उसने उन पेड़ों को काटकर कोयला बनाया और उसे बाजार में बेचने लगा। 


धीरे-धीरे चंदन के बाग के सारे चंदन कट गए और एक पेड़ बच गया।


एक दिन भीषण वर्षा हुई जिस वजह से वह उस पेड़ को काटकर कोयला नहीं बना पाया


और, उसने सोचा कि आज वह इस पेड़ की लकड़ी ही बेचकर कुछ पैसा कमा लेगा।


सच्चाई की ताकत


उसने अपने विचार अनुसार उस चंदन के पेड़ को काटा और बाजार लेकर गया।


बाजार पहुंचते ही उसने पाया कि चंदन की खुशबू से हर कोई आकर्षित होकर उसके पास आ गया है और चंदन की लकड़ी के लिए काफी अधिक दाम देने को लोग तैयार थे। 


उसे यह देखकर काफी दुख हुआ कि उसने जिस पेड़ को काटकर कोयला बनाया और कौड़ियों के भाव बेच दिया उसे वह केवल काटकर बेचता तो काफी अधिक धन कमाया जा सकता था। अब वह वनवासी बहुत पछता रहा था। 


सीख

(Moral Of The Story)


इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि किसी भी कार्य को करने से पहले उसका ज्ञान लेना बहुत आवश्यक है। कोई भी कार्य अज्ञानता के वश में नहीं करना चाहिए। जीवन में आपको जितना ज्यादा ज्ञान होगा, आप उतने ही अधिक मुनाफे में रहेंगे। 


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